भारत में ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए सबसे पहले आपको लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन करना होगा। इसके लिए आपको अपने नजदीकी आरटीओ (क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय) में जाना होगा। वहाँ आपको एप्लीकेशन फॉर्म भरना होगा, जिसमें आपके व्यक्तिगत विवरण जैसे आपका नाम, पता, उम्र, और पहचान प्रमाण जुड़ा होता है। साथ ही, आपको फॉर्म के साथ अपने पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ और आधार कार्ड की कॉपी जमा करनी होगी।
फॉर्म भरने के बाद, आपको एक छोटे से टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा जहाँ आपकी ड्राइविंग के नियम और सिग्नल्स की जानकारी की जांच की जाएगी। इस परीक्षा को सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने के बाद आपको लर्निंग लाइसेंस मिल जाएगा। यह लाइसेंस एक तय समय के लिए मान्य होता है, जिसके दौरान आप अभ्यास कर सकते हैं और असली ड्राइविंग लाइसेंस के लिए तैयारी कर सकते हैं।
लर्निंग लाइसेंस प्राप्त करने के बाद, आपको कम से कम 1 महीने तक अभ्यास करना होता है। इस दौरान आपको ड्राइविंग में महारत हासिल करनी होती है ताकि आप एक सुरक्षित चालक बन सकें। एक महीना पूरा होने के बाद, आप परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आरटीओ में आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आपको एक प्रैक्टिकल ड्राइविंग टेस्ट उत्तीर्ण करना आवश्यक होगा।
प्रैक्टिकल ड्राइविंग टेस्ट में आपको आरटीओ के कार्यालय में बुलाया जाएगा, जहां आपको एक निश्चित मार्शल द्वारा आपकी ड्राइविंग की योग्यता का आकलन किया जाएगा। परीक्षा सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने पर, आपको आरटीओ से आपका परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त होगा। ध्यान दें कि यह लाइसेंस आपके पते पर पोस्ट किया जाएगा, इसलिए सुनिश्चित करें कि आपने फॉर्म में सही पता भरा है।